Monday, December 9, 2013

मुझे पता है टूटे हुए पत्ते 
फिर से नहीं जुड़ेंगे अपनी टहनियों से 
लेकिन उनको इकट्ठा करके बनायीं गयी खाद 
दे जाती है मजबूती उसकी जड़ों को 
ठीक उसी तरह जैसे बुज़ुर्ग साथ हो या न हो 
मगर उनकी दुआएं
ज़िंदगी के हर कमज़ोर वक़्त में 
हाथ थाम कर खड़ी हो जाती हैं 
हमारा साथ देने के लिए 


Monday, December 2, 2013

सन्डे इज़ फन डे??

बड़े दिन बाद 
आज घर कि दोपहर देखी 
देखा किस समय धूप 
कौन सी दीवार पर पसरती है 
कबतक रहती है उसमे नरमी
और कब चुभने लगती है गर्मी 
निम्बू का अचार भी बनाया आज 
जीरे और काली मिर्च वाला 
कांच के मरतबान से झांकते 
रस में डूबे पीले निम्बू 
यूँ लग रहा है जैसे सारे स्माइली 
आकर जगह इकट्ठा हो गये हैं 
सन बाथ लेने के लिए 
दही मथी, मक्खन निकाला 
देसी घी भी बनाया 
और बनायीं राशन की फहरिस्त 
की कोने कोने कि सफाई 
रज़ाई को धूप दिखायी 
और पूरी कि स्पेशल खाने कि फरमाइश 
कौन कम्बख्त कहता है सन्डे इज़ फन डे 
सम टाइम्स इट्स मोर हैक्टिक देन मंडे 

लेकिन फिर भी लविंग इट....;)…:) 

- रंजना डीन