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आज की ताज़ा खबर
हाथों में थी चाय गरम
मौसम भी था बहुत नरम
तभी सुना बारिश का शोर
कपडे छत पर, भागी जोर
लेकर मै कपड़ों का ढेर
भागी नहीं लगायी देर
सीढ़ी पर जब रखा पैर
फिसली, गयी हवा में तैर
गिरी फर्श पर हुई धडाम
कैसे पूरा होगा काम ...:(
चोट तो नहीं लगी ? काम तो हो ही जायेगा ..अपना ख्याल रखिये
ReplyDeleteSangeeta ji, aap bahut sweet hain...bilkul ma jaisi...:)
ReplyDeleteज़रा ध्यान से काम कीजिये
ReplyDeleteख्याल रखिये अपना
ReplyDeletewah,kya baat hai/chust,kasi hui kavita ke liye meri badhai
ReplyDeletesader,
dr.bhoopendra