याद करने लायक ।
Bahut khoob ...
ये हक़ीकत है समाज की .... कितना मज़ा आता है दूसरों को दर्द देकर ... संवेदनशील नज़्म है ....
वाह!!!वाह!!! क्या कहने, बेहद उम्दा
behatarin...sunder..
याद करने लायक ।
ReplyDeleteBahut khoob ...
ReplyDeleteये हक़ीकत है समाज की .... कितना मज़ा आता है दूसरों को दर्द देकर ...
ReplyDeleteसंवेदनशील नज़्म है ....
वाह!!!वाह!!! क्या कहने, बेहद उम्दा
ReplyDeletebehatarin...sunder..
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