Sunday, April 21, 2013































हर मर्द खड़ा शर्मिंदा है, हर औरत सहमी-सहमी-सी

हर और मचा है शोर और ख़बरों की गहमा गहमी सी 


कन्याओं की पूजा करके हम सभ्य सरीखे दीखते हैं


पर वहशीपन का चरम यहाँ, और दिखती है बेरहमी सी

7 comments:

  1. .भावात्मक अभिव्यक्ति ह्रदय को छू गयी नारी का ये भी रूप -लघु कथा .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MANजाने संविधान में कैसे है संपत्ति का अधिकार-2

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  2. रंजना जी पंक्तियाँ चार ही हैं पर बहुत कुछ कहतीं हैं ,भावपूर्ण अभिव्यक्ति |

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  3. जिस देश में माँ दुर्गा को शक्तिस्वरूपा मान कर उसकी आराधना की जाती है ,उसी देश में नारी का इस प्रकार असम्मान और शोषण बिलकुल बर्दाश्त करने लायक नहीं है .....
    http://boseaparna.blogspot.in

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  4. भावपूर्ण अभिव्यक्ति, हर मर्द खड़ा शर्मिंदा है, हर औरत सहमी-सहमी-सी

    हर और मचा है शोर और ख़बरों की गहमा गहमी सी

    कन्याओं की पूजा करके हम सभ्य सरीखे दीखते हैं

    पर वहशीपन का चरम यहाँ, और दिखती है बेरहमी सी

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  5. सच है....लड़कि‍यों का जीना मुहाल हो गया है..

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  6. भावपूर्ण अभिव्यक्ति ह्रदय को छू गयी

    हर मर्द खड़ा शर्मिंदा है,
    हर औरत सहमी-सहमी-सी

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