ईश्वर अगर तुम हो
तो लोग अपंग क्यों है?
कितनो की आँखों में रौशनी नहीं
उनके सपने बेरंग क्यों है?
क्यों कुछ मासूम
जिंदगी घुट घुट कर बिताते हैं
क्यों भोले लोग ही
अक्सर सताए जाते हैं
क्यों अनाज पैदा करने वाले किसान
भूख से मर जाते हैं
क्यों नेता देश को
नोच नोच कर खाते हैं
ईश्वर अगर तुम हो
तो मुझे बताना ज़रूर
क्योंकि मैंने सुना है
गलती केवल इंसानों से होती है
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बिलकुल सही कहा है आपने. आभार.
ReplyDeleteबहुत संवेदनशीलता से लिखा है ..
ReplyDeleteसही कहा आपने....
ReplyDeleteबिलकुल सही है ऐसे न जाने कितने अनगिनत सवाल हैं मेरे मन में भी ईश्वर से पूछने के लिए मगर उनका उत्तर देने वाला खुद ईश्वर ही नहीं है सामने.... सवेदन शील और बढ़िया प्रस्तुति समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है
ReplyDeletebadhiya likha hai ...
ReplyDeleteहर मन का सवाल..
ReplyDeleteमार्मिक ... इश्वर को अपने होने का एहसास भी तो कराना है ...
ReplyDeletetrue... bhaut khub.... happy diwali...
ReplyDeleteबहुत सटीक प्रश्न...दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें!
ReplyDeleteअच्छी लगी कविता! अब रेगुलर आया करेंगे! :)
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