मुझे पता है टूटे हुए पत्ते
फिर से नहीं जुड़ेंगे अपनी टहनियों से
लेकिन उनको इकट्ठा करके बनायीं गयी खाद
दे जाती है मजबूती उसकी जड़ों को
ठीक उसी तरह जैसे बुज़ुर्ग साथ हो या न हो
मगर उनकी दुआएं
ज़िंदगी के हर कमज़ोर वक़्त में
हाथ थाम कर खड़ी हो जाती हैं
हमारा साथ देने के लिए
Bahut sundar rachna...
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