Wednesday, October 7, 2009

तुम जब दिलो को तोड़ने की बात करते हो...
समझो खुदा को छोड़ने की बात करते हो...
ये वो लहर जिसका नही मुमकिन है रुक पाना...
तुम क्यों समुन्दर मोड़ने की बात करते हो?

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